नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की `भारत जोड़ो यात्रा` (Bharat Jodo Yatra) का आज 136वां और अंतिम दिन है। श्रीनगर पहुंची भारत जोड़ो यात्रा का आज श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर मैदान में समापन समारोह होगा। कांग्रेस की ओर से इस समापन समारोह में शामिल होने के लिए 23 पार्टियों को आमंत्रण भेजा गया। जबकि कई राजनीतिक दलों से किनारा कर लिया है।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर 2022 को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 4080 किलो मीटर की दूरी तय कर श्रीनगर पहुंची है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा 136 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंची। जहां रविवार को राहुल गांधी ने ऐतिहासिक लाल चौक जाकर तिरंगा फहराया। राहुल गांधी ने इस यात्रा को अपने जीवन का सबसे गहरा और सुंदर अनुभव बताया। इस दौरान राहुल गांधी ने 12 जनसभाओं, a hundred से अधिक बैठकों, thirteen प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की आज क्लोजिंग सेरेमनी होगी। यह यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में दोपहर 12.30 बजे औपचारिक तौर पर यात्रा का समापन किया जाएगा। हालांकि, एक दिन पहले यानी 29 जनवरी को यात्रा समाप्त कर दी गई थी। श्रीनगर भारी बर्फबारी हो रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इससे कार्यक्रम में देरी हो सकती है।
क्लोजिंग सेरेमनी में 23 दलों के अध्यक्ष शामिल हो सकते हैं। हाल ही पार्टी प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन दलों को आमंत्रित किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, JDU, TMC, CPM, RJD, CPM, SP और NCP समेत 12 से ज्यादा दलों ने भारत जोड़ों यात्रा के क्लोजिंग सेरेमनी से दूरी बना ली है। वहीं, NC, PDP, उद्धव गुट की शिवसेना, DMK के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा इस कार्यक्रम में फिल्म मेकर विशाल भारद्वाज और उनकी पत्नी और गायिका रेखा भारद्वाज भी शामिल होंगी।
राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली कांग्रेस की इस भारत जोरों यात्रा में बड़ी तादाद में भीड़ उमड़ी और लोगों का इस यात्रा को भरपूर समर्थन मिल। यात्रा जिस क्षेत्र से गुजरती है वहां के लोग पारंपरिक वेशभूषा में राहुल गांधी और यात्रा का स्वागत करते नजर आए। लोग प्रामाणिक संस्कृति झलक दिखाते हुए गर्मजोशी से उनका स्वागत करते नजर आए।
Rahul Gandhi की अगुवाई में कांग्रेस की इस यात्रा में भारी तादाद में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों ने हिस्सा लिया। राहुल गांधी पैदल यात्रा करके पूरे देश में अलग संदेश देने की कोशिश करते दिखे। इस पदयात्रा को लेकर राहुल गांधी का कहना है कि यात्रा से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। जो चीजें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या गाड़ी में यात्रा करते समय नहीं समझी जा सकतीं। किसानों से हाथ मिलाने के बाद ही कोई समझ पाता है कि वे क्या कर रहे हैं। यह हेलीकॉप्टर से नहीं सीखा जा सकता है।
राहुल गांधी ने Bharat Jodo Yatra को अपने लिए तपस्या बताते हुए कहा कि उनका मकसद लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझना था और इस यात्रा के जरिए उनका यह मकसद पूरा हो रहा है। इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे।
कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा का श्रीनगर में समापन समारोह
गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो कि अब तक 12 राज्य- तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब से गुजरते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंची है। इस दौरान राहुल गांधी ने करीब 4080 किलोमीटर की पैदल यात्रा की।
सूत्रों के मिली रही जानकारी के मुताबिक, आमंत्रित दलों में केवल 12 विपक्षी दल भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होंगे। वहीं कुछ दल सुरक्षा कारणों से इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। पीडीपी और नेशनल कांफ्रेस रैली में शामिल होगी। वहीं डीएमके, वीसीके, आईयूएमएल, केरला कांग्रेस, आरएसपी, फारवर्ड ब्लॉक, बीएसपी, सीपीआई के प्रतिनिधि मंच पर नजर आ सकते हैं।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर 2022 को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 4080 किलो मीटर की दूरी तय कर श्रीनगर पहुंची है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा 136 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंची। जहां रविवार को राहुल गांधी ने ऐतिहासिक लाल चौक जाकर तिरंगा फहराया। राहुल गांधी ने इस यात्रा को अपने जीवन का सबसे गहरा और सुंदर अनुभव बताया। इस दौरान राहुल गांधी ने 12 जनसभाओं, a hundred से अधिक बैठकों, thirteen प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली कांग्रेस की इस भारत जोरों यात्रा में बड़ी तादाद में भीड़ उमड़ी और लोगों का इस यात्रा को भरपूर समर्थन मिल। यात्रा जिस क्षेत्र से गुजरती है वहां के लोग पारंपरिक वेशभूषा में राहुल गांधी और यात्रा का स्वागत करते नजर आए। लोग प्रामाणिक संस्कृति झलक दिखाते हुए गर्मजोशी से उनका स्वागत करते नजर आए।
गौरतलब है कि Rahul Gandhi की अगुवाई में कांग्रेस की इस यात्रा में भारी तादाद में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों ने हिस्सा लिया। राहुल गांधी पैदल यात्रा करके पूरे देश में अलग संदेश देने की कोशिश करते दिखे। इस पदयात्रा को लेकर राहुल गांधी का कहना है कि यात्रा से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। जो चीजें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या गाड़ी में यात्रा करते समय नहीं समझी जा सकतीं। किसानों से हाथ मिलाने के बाद ही कोई समझ पाता है कि वे क्या कर रहे हैं। यह हेलीकॉप्टर से नहीं सीखा जा सकता है।
राहुल गांधी ने Bharat Jodo Yatra को अपने लिए तपस्या बताते हुए कहा कि उनका मकसद लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझना था और इस यात्रा के जरिए उनका यह मकसद पूरा हो रहा है। इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार